संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख थाना क्षेत्र के अंतर्गत चिपियाना बुजुर्ग चौकी में पुलिस हिरासत में युवक की मौत हो गई। जिसके बाद युवक को नजदीकी हॉस्पिटल लेकर गयी जहा डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत के बाद परिजनों ने चौकी पर हंगामा करते हुए आरोप लगाया है कि पुलिस ने 5 लाख रुपए युवक को छोड़ने के लिए रिश्वत मांगी थी। उसके बाद भी पुलिस ने फांसी लगाकर उसकी मौत के घाट उतार दिया। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चिपियाना बुजुर्ग चौकी पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मामले की जांच एडिशनल डीसीपी को सौंप गई है दूसरी पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चिपियाना बुजुर्ग गांव से बुधवार शाम को अलीगढ़ निवासी योगेश को पुलिस लड़की मामले में पूछताछ के लिए चिपियाना बुजुर्ग चौकी लेकर आई थी। जिसकी गुरुवार की सुबह संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर युवक की हत्या का गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस के द्वारा युवक को छोड़ने की ऐवज में ₹500000 रिश्वत की मांग की गई थी।
मृतक योगेश के भाई जितेंद्र ने बताया कि चिपियाना बुजुर्ग चौकी से पुलिस बुधवार को उसके भाई को उठाकर चौकी पर लाई थी। जिसके बाद पुलिस उसे छोड़ने की ऐवज में ₹500000 की रिश्वत की मांग की थी। जितेंद्र ने बताया कि उसने ₹50000 पुलिसकर्मियों को दे दिए थे। उसके बाद पुलिस कर्मियों ने एक हजार शराब के लिए भी मांगने का आरोप परिजनों ने लगाया है। जितेंद्र ने बताया कि बाकी साढ़े चार लाख रुपए सुबह देने के लिए उसने बोला था। लेकिन चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसके भाई की हत्या फांसी लगाकर कर दी है।
इस मामले पर डीसीपी सेंट्रल नोएडा सुनीति ने बताया कि मृतक युवक योगेश मूलरूप से अलीगढ़ खैर का रहने वाला था। जो वर्तमान में चिपियाना बुजुर्ग गांव में रह रहा था और एक बैकरी की दुकान में काम करता था। डीसीपी ने बताया कि उनकी महिला सहकर्मी के द्वारा उस पर कुछ आरोप लगाए गए थे जिसकी पूछताछ के लिए पुलिस उसे चौकी लेकर आई थी। जहां पर आज गुरुवार सुबह 10 बजे चौकी पर बने बैरक में जाकर युवक ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है। इसके बाद उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। परिजनों के द्वारा पुलिस पर रुपये लेने के आरोप लगाने के सवाल पर डीसीपी ने कहा कि यह बहुत गंभीर घटना है ऐसी घटना में कुछ प्रोसीजर का पालन करना होता है हम उसी का पालन करते हुए जांच कर रहे हैं। फील्ड यूनिट वे अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद है।